देशभर की यूनिवर्सिटी में पोस्टग्रेजुएट कोर्स के लिए एडमिशन प्रक्रिया शुरू हो गई है। सीयूईटी-पीजी के रिजल्ट के बाद कई यूनिवर्सिटीओं ने रजिस्ट्रेशन पोर्टल खोल दिए हैं, और जून में सीट अलॉटमेंट शुरू हो जाएगा। छात्रों को अपनी पसंद की यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रेशन करना होगा और कोर्स चुनना होगा।
देश की तमाम
यूनिवर्सिटी में पोस्टग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन प्रोसेस शुरू हो चुका है। कॉमन
यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जामिनेशन - पीजी (सीयूईटी पीजी) के रिजल्ट के बाद डीयू,
पीजी,
बीएचयू
सहित कई यूनिवर्सिटी ने अपना पोर्टल रजिस्ट्रेशन खोल दिया है और कई यूनिवर्सिटी अगले हफ्ते में
खोलने वाली हैं।
इस
हिसाब से जून में सीट अलॉट होनी शुरू हो जाएंगी। स्टूडेंट्स को इस बात
का ध्यान रखना जरूरी है कि जिस यूनिवर्सिटी के लिए वो अप्लाई करना चाहते हैं,
उनमें
रजिस्ट्रेशन करना जरूरी होगा और उसी यूनिवर्सिटी की कोर्स एलिजिबिलिटी के तहत
प्रोग्राम-कोर्स/डिपार्टमेंट के लिए अप्लाई करना होगा।
118 कॉलेजों में एडमिशन होंगे।
सीयूईटी पीजी का रिजल्ट आने के बाद देशभर की तमाम सेंट्रल यूनिवर्सिटी और कई स्टेट और प्राइवेट यूनिवर्सिटी में एडमिशन की एंट्रेंस प्रक्रिया सेंट्रलाइज्ड हुई है और सभी यूनिवर्सिटी में पीजी के दाखिले होंगे।
पूरी तरह से कंप्यूटर
बेस्ड टेस्ट (CBT) मोड में हुए सीयूईटी पीजी का रिजल्ट आने के बाद
अब सीट अलॉटमेंट और एडमिशन की प्रक्रिया चलेगी। इसके स्कोर के आधार 42 सेंट्रल
यूनिवर्सिटी, 45 स्टेट यूनिवर्सिटी, 15 सरकारी संस्थान,
16 डीम्ड
यूनिवर्सिटी, 81 प्राइवेट यूनिवर्सिटी में दाखिले होंगे।
CUET ऐप्लिकेशन नंबर जरूरी:
जिस भी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना है, सीयूईटी पीजी के स्कोर पर उसमें अप्लाई किया जा सकता है। कई संस्थानों ने अपने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है, कई एक-दो दिन में करने वाले हैं इसलिए इनकी वेबसाइट देखते रहना जरूरी है।
जिन स्टूडेंट्स ने सीयूईटी पीजी दिया है,
वो
ही इनके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। ऐप्लिकेशन फॉर्म में सीयूईटी पीजी का
ऐप्लिकेशन नंबर भरना जरूरी होगा।
हर यूनिवर्सिटी के इंफर्मेशन बुलेटिन से चेक
करें शर्तें:
दिल्ली यूनिवर्सिटी की डीन एडमिशंस प्रो हनीत
गांधी बताती हैं, जिस-जिस यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स दाखिला की
इच्छा रखते हैं, उन-उन यूनिवर्सिटी का पीजी फॉर्म भरना जरूरी
होगा ताकि सीयूईटी पीजी स्कोर की मेरिट में वो शामिल हो सकें और मेरिट के हिसाब से
उन्हें सीट अलॉट हो सके।
हर यूनिवर्सिटी की अलग-अलग प्रोग्राम के लिए
एलिजिबिलिटी अलग है, उसे देखकर स्टूडेंट्स फॉर्म में कोर्स चुन सकते
हैं। वह बताती हैं, डीयू में 82 कोर्स की 13500
सीटों
पर पीजी दाखिले होंगे।
अगर सीयूईटी में डीयू नहीं चुना है, तब
भी स्टूडेंट्स के पास डीयू के लिए अप्लाई करने का मौका है। यूनिवर्सिटी ने कॉमन
सीट अलोकेशन सिस्टम (CSAS) का लिंक खोल दिया है।
तीन
स्टेप में स्टूडेंट्स रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। पहले चरण में
उन्हें प्रोफाइल देनी होगी, दूसरे चरण में कोर्स और कॉलेज के लिए
अप्लाई करना होगा, तीसरे चरण में मेरिट के हिसाब से सीट अलॉट होगी और स्टूडेंट को डॉक्युमेंट्स
वेरिफाई करने के बाद फीस
भरकर एडमिशन लेना होगा।
ये हैं, एडमिशन के लिए जानी-मानी
यूनिवर्सिटीज:
सेंट्रल यूनिवर्सिटी: दिल्ली यूनिवर्सिटी,
जवाहरलाल
नेहरू यूनिवर्सिटी, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, असम
यूनिवर्सिटी, मिजोरम यूनिवर्सिटी, सेंट्रल
यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश,
हरियाणा,
कश्मीर,
कर्नाटक,
झारखंड,
केरल,
तमिलनाडु,
पंजाब,
ओडिशा,
राजस्थान।
स्टेट यूनिवर्सिटी: आंबेडकर यूनिवर्सिटी दिल्ली, दिल्ली फार्मास्यूटिकल साइंसेज एंड एलाइड यूनिवर्सिटी, लद्दाख यूनिवर्सिटी, जम्मू यूनिवर्सिटी, देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी - रांची, डॉ राम मनोहर लोहिया यूनिवर्सिटी – लखनऊ।
सरकारी संस्थान: इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टूरिजम एंड ट्रैवल मैनेजमेंट, आईआईआईटी लखनऊ, अरुण जेटली नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फाइनेंशल मैनेजमेंट, राजीव गांधी नेशनल एविएशन यूनिवर्सिटी।
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