शंकर मंदोरी की बेटी उर्मिला मीनू सहारण ने सीडीएलयू परीक्षा परिणाम में टॉप 10 सूची में स्थान हासिल किया
गांव में खुशी का माहौल, परिजनों ने बांटी मिठाई
चोपटा। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय (सीडीएलयू), सिरसा द्वारा घोषित एमए पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम में गांव शंकर मंदोरी की बेटी उर्मिला मीनू सहारण ने टॉप-10 सूची में स्थान हासिल कर पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उनकी इस उपलब्धि पर गांव में जश्न का माहौल है। परिजनों और ग्रामीणों ने मिठाइयां बांटकर खुशी का इजहार किया।
शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन
उर्मिला मीनू सहारण शाह सतनाम जी गर्ल्स कॉलेज की छात्रा हैं और हमेशा पढ़ाई में अव्वल रही हैं। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन से परिवार और गांव के लोग बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं। उर्मिला न केवल एक मेधावी छात्रा हैं, बल्कि सामाजिक गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती रही हैं।
किसान आंदोलन में निभाई अहम भूमिका
उर्मिला किसान आंदोलन के दौरान भी सक्रिय रहीं और महिलाओं को संगठित कर आंदोलन को मजबूती देने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने महिलाओं को जागरूक कर उन्हें किसान आंदोलन से जोड़ने का प्रयास किया। उनके इस सामाजिक योगदान की भी सराहना की जा रही है।
गांव में उत्सव का माहौल
उनकी सफलता पर पूरे गांव में खुशी का माहौल है। गांव के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया और सम्मान समारोह का आयोजन किया। उर्मिला की दादी ने मिश्री बांटकर अपनी खुशी जाहिर की।
यह जानकारी देते हुए उर्मिला के चाचा दिवान सहारण ने बताया कि परिवार को उनकी सफलता पर गर्व है। उन्होंने कहा कि उर्मिला ने अपने कठिन परिश्रम से यह मुकाम हासिल किया है और यह पूरे गांव के लिए गर्व की बात है।
बेटियों की सफलता पर गर्व
गांव के सरपंच श्री चंद्र ने कहा, "बेटियां आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। उर्मिला ने यह साबित कर दिया कि मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।"
नाथुसरी चोपटा ब्लॉक समिति के अध्यक्ष सूरजभान बुमरा ने कहा, "गांव में लाइब्रेरी की सुविधा मिलने से छात्र-छात्राओं को पढ़ाई में काफी मदद मिली है। हम शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे।"
समाज में एक प्रेरणा
इस अवसर पर ग्राम विकास समिति के प्रधान सुशील सहारण, उर्मिला की दादी, उनके परिजन और अन्य ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने उर्मिला को आगे की पढ़ाई के लिए शुभकामनाएं दीं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
उर्मिला मीनू सहारण की सफलता न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे गांव के लिए प्रेरणादायक है। उनकी मेहनत और लगन ने यह साबित कर दिया कि अगर सच्ची निष्ठा और परिश्रम से कोई लक्ष्य साधा जाए तो सफलता निश्चित ही मिलती है।
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