हिंदी साहित्य : प्राचीन और आधुनिक कहानी के अन्तर को स्पष्ट कीजिए।



हिंदी साहित्य : 1. प्राचीन और आधुनिक कहानी में सबसे महत्त्वपूर्ण अन्तर रूप और शैली का है। प्राचीन कहानियों को शैली इतिवृत्तात्मक और वर्णनात्मक थी, जबकि आज को कहानियों की शैली मनोविज्ञान पर आधारित है।


2. कथानक के विकास की वैसी नाटकीय योजना जो आधुनिक कहानी में मिलती है, पुरानी कहानियों में नहीं थी। जैसे कलापूर्ण उत्थान-पतन की स्थितियों आज को कहानी में देखी जाती हैं, प्राचीन कहानी के क्षेत्र में यह अकल्पनीय थी।


3. प्राचीन कहानियों में विषय सामग्री की विविधता नहीं है, प्रेम और साहस को घटनाएँ कहानी के विषय को रूप देती थीं किन्तु आधुनिक कहानी में प्रेम और साहस के अतिरिक्त अनेक मानवीय भावों का समावेश हुआ है।


4. प्राचीन कहानियों की दृष्टि कल्पनाश्रित अविश्वसनीय घटनाओं पर रहती थी जबकि आज के कहानीकारों की दृष्टि यथार्थ चित्रण की ओर गई है।


5. प्राचीन कहानियों में वर्णित पात्रों में व्यक्तित्व का एकदम अभाव होता था। वे अमानुषिक शक्ति के हाथ की कठपुतली मात्र थे। आधुनिक कहानियों के चरित्र व्यक्तित्व सम्पन्न होते हैं।


6. प्राचीन कहानी में मनुष्य के साथ जड़ तथा चेतन को भी स्थान मिलता था लेकिन आज की कहानियों का लक्ष्य मानव की समस्याएँ हैं।


7. प्राचीन कहानियों में रोचकता, मनोरंजन, अतिमानुषिक, अतिभौतिक शक्तियों से काम लिया जाता था। उड़न खटोला, जादू की छड़ी, जादू के चिराग आदि के साथ कथानक चक्कर काटता था, लेकिन आज को कहानी मनोरंजन ही नहीं, गंभीर रसानुभूति भी देती है।


8. प्राचीन कहानियों में लिखित और मौखिक दोनों ही रूप मिलते हैं, जबकि आधुनिक कहानी की कोई मौखिक परम्परा नहीं है।


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