सिरसा । आज के युग में जहां शादियां अक्सर दिखावे और दहेज की होड़ में उलझ जाती हैं, वहीं मेहुवाला निवासी मनोज पुत्र ओमप्रकाश सोनी और रूपावास निवासी ममता पुत्री लीलूराम सोनी की शादी ने समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है।
इस शादी में न कोई दहेज लिया गया, न कोई शोर-शराबा—सिर्फ एक नारियल और एक रुपया लेकर विवाह को सादगी और सम्मान के साथ सम्पन्न किया गया।
इस विवाह समारोह की विशेष बात यह रही कि यह पूरी तरह बिना दहेज के संपन्न हुआ, जो स्थानीय समाज में चर्चा का विषय बन गया।
मनोज के मामा और प्रख्यात समाजसेवी सज्जन सोनी ने बताया, "मनोज पहली कक्षा से लेकर अब तक मेरे पास, यानी ननिहाल में ही रहा। जब उसकी शादी तय हुई, तो हमने संकल्प लिया कि इसे एक सामाजिक संदेश देने वाली यादगार शादी बनाया जाएगा।" उन्होंने आगे बताया कि लड़के पक्ष ने लड़की वालों से कोई दहेज नहीं लिया। केवल एक नारियल और एक रुपया स्वीकार कर विवाह की सभी रस्में सादगी से निभाई गईं।
समाज में फैले दहेज प्रथा के खिलाफ यह एक सकारात्मक संदेश बन गया। शादी समारोह में कई गणमान्य और सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
प्रमुख रूप से भामाशाह और समाजसेवी प्रभु सोनी (खारिया), हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. राजकुमार डुमरा, सरपंच हरविन्द गोदारा, नमन सहारण, दलबीर सोनी, मदन थकान, अनिल खारिया, बंटी शर्मा, महेंद्र सोनी, विपिन सोनी, आर्यन सोनी, रामगोपाल सोनी, सुरजीत ढिल्लो और लक्ष्मण ढिल्लो जैसे अनेक सम्मानित व्यक्ति शामिल हुए और इस पहल की सराहना की।
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