गोगामेड़ी मेला में नवमी पर श्रद्धालुओं ने गोगाजी मंदिर में पवित्र समाधि के किये दर्शन

गोगामेडी मेला 2025  :  हरियाणा सीमा से सटे राजस्थान के पवित्र स्थल गोगामेड़ी में गोगाजी मंदिर में जयेष्ट शुक्ल पक्ष  नवमी 2025  के उपलक्ष्य पर देश के कोने कोने से। आए श्रद्धालुओंं ने धोक लगाई। 



गर्मी और उमस के बावजूद देश के अनेक राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने श्रद्धा और आस्था के साथ गोगाजी की समाधि पर नमन किया। गोगाजी मन्दिर में धोक लगाने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी लाईने लगने लगी है। 


मेले में उत्तर प्रदेश से पीत वस्त्र धारी  श्रद्धालुओं की संख्या भी ज्यादा रही।  पूरा मेला क्षेत्र नाचते गाते  श्रद्धालुओं से  भर गया। श्रद्धालु गोगाजी के जयकारों साथ हाथों में  गोगाजी के निशान व ध्वजा लेकर मंदिर की और बढ रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के साथ साथ हरियाणाराजस्थान,दिल्लीपंजाबव हिमाचल प्रदेश से लाखों लोग लोक देवता गोगा जी की समाधि पर धोक लगाने व सजदा करते हैं।  

नवमी पर्व पर होने वाली भारी भीड़  को देखते हुए हनुमानगढ जिला प्रशासन ने सुरक्षा व कानून व्यवस्था के दृष्टिगत कड़े उपाय किए गये है। गोगाजी व गुरू गोरख नाथ के जयकारों से पूरा मेला क्षेत्र गुंजायमान हो गया है।  

साम्प्रदायिक सद्भाव के प्रतीक गोगामेड़ी मेले में गोगाजी मन्दिर में हिन्दू व मुसलमान सहित सभी बिरादरी के लाखों श्रद्धालू एक साथ पूजा अर्चना करते है। हिन्दू गोगाजी को वीर के रूप में पूजते हैं। तथा मुसलमान पीर के रूप में सजदा करतें है। 


गोगा जी की समाधि उनके मस्जिदनुमा मंदिर में स्थित है। समाधि पर अश्वारोही गोगा जी की मूर्ति उत्र्कीण है। 

 

इस समय गर्मी पड़ रही है। लेकिन गोगाजी के प्रति भक्तों की आस्था गर्मी और उमस पर भारी पड़ रही है। इसके बावजूद ठंडी रेत व सड़को पर पेट के बल कनक दण्डवत कर पहुँच रहे लोगों की श्रद्धा देखते ही बनती है।


 ढोल नगाडों पर नाचते गाते डमरू व सारंगी की लय पर आगे बढते श्रद्धालू गुरू गोरख नाथ की जय,जाहरवीर की जय,गोगापीर की जय,के गगनभेदी जयकारों से वातावरण गुंजायमान कर रहे हैं। दर्शन के लिए गोगाजी मन्दिर के बाहर श्रद्धालूओ की  लंबी लाईन लगी हुई हैै।  


गुरू शिष्य परंपरा के अनुसार गोगामेडी़ आने वाले श्रद्धालु पहले गोगाजी के मंदिर से दो किलामीटर दूर गोगाणा में पवित्र तालाब में स्नान कर गुरू गोरखनाथ के धुणे पर शीश नवातें हैं।


 बाद में गोगामेड़ी मंदिर में पूजा अर्चना करते  है। तथा प्रसाद के रूप में नारियलखीलमिठाई, नीली ध्वजा, चद्दर, इत्र, धूप,पैसे व साने चान्दी के छत्र इत्यादि सामग्री चढाई।  गोगा जी की समाधी पर धोक लगाने के बाद श्रद्धालु नाहर सिंहमाता बाछल, रानी सिरीयल, भजू कोतवाल, रतना हाजी, सबल सिंह बावरी, केसरमल, जीतकौरश्याम कौर, भाई मदारण की  समाधियों पर धोक लगा रहे हैं।  


मेला परिसर में मनिहारी बाजारलाठी बाजार ढोलक बाजारफोटो बाजार,पुस्तक बाजारमूर्ति बाजारखिलौनों आदी कीे दुकानों पर खूब बिक्री हो रही है। 


हनुमानगढ़ जिला प्रशासन द्वारा  उठाई गिरीजेब तराशी व अन्य  असामाजिक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए वर्दीधारी पुलिस बल को तैनात किया।  

 

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